अण्डमान एवं निकोबार | लक्षद्वीप |
अंडमान-निकोबार वास्तव में अराकानयोमा का ही दक्षिणी विस्तार है, जो बंगाल की खाड़ी में डूबे हुए होने के कारण द्वीपीय श्रृंखलाओं के रूप में उभर गए हैं । इसी कारण यहां बलुआ पत्थर पाए जाते हैं । | लक्षद्वीप समूह का निर्माण अंतःसागरीय चबूतरों पर प्रवाल भित्तियों की सक्रियता एवं उनके निरंतर जमाव से हुआ है। अतः इन्हें मूंगाचट्टानें भी कहा जाता है।ये अत्यधिक जैव विविधता वाले क्षेत्र हैं। |
अंडमान-निकोबार में ज्वालामुखी चट्टानें भी मिलती हैं, जिसके कारण यहां होलोसीन काल में बैरन एवं नारकोंडम ज्वालामुखियों का उद्गार हुआ। इन ज्वालामुखियों में केंद्रीय ज्वालामुखी के उद्गार का कारण इनका भारतीय प्लेट के पूर्वी कगार के सहारे स्थित होना है। | लक्षद्वीप में ज्वालामुखी से निकली चट्टानों का अभाव है क्योंकि यह प्लेट किनारे पर नहीं है। |
अंडमान-निकोबार के समीपवर्ती भाग में उथले समुद्रों में गर्म एवं स्वच्छ जल होने के कारण प्रवाल निक्षेप कहीं-कहीं मिलते हैं । | लक्षद्वीप के अधिकांश द्वीप प्रवालों द्वारा निर्मित हैं, जिसमें विभिन्न प्रवालभित्तियां जैसे- चेरबनियानी भित्ति तथा बैरमगोर भित्ति विशेष महत्वपूर्ण है |
अंडमान-निकोबार में सदाहरित महोगनी आबनूस रोजवुड जैसे वन मिलते हैं। | लक्षद्वीप में नारियल के पेड़ों की अधिकता है। |
Important Books:-
कुछ महत्वपूर्ण किताबें जो आपको अवश्य लेनी चाहिए –
- Pariksha Vani Bhartiya Samvidhan Evam Rajvyavastha (Indian Constitution & Polity) With Solution (1991 To 2019) – Click here
- Speedy Current Affairs Varshikank March 2022 – 01 Apri 2021 To 1 March 2022 Hindi – Click here
- Eduteria Bihar Current Affairs Hindi April 2022 Release (From March 2021 to April 2022) Top 500 Bihar and 10 Practice Sets – Click here
आपको ये पोस्ट कैसा लगा हमें कमेंट करके जरूर बताइयेगा. साथ ही फ्री विडियो lectures देखने के लिए हमारे YouTube channel “mukeshsirgs” को सब्सक्राइब करें, और हमें social media पर फॉलो जरुर करें.
- Instagram – mukeshsirgs
- Facebook – mukeshsirgs
- YouTube – Mukesh Sir GS
Related links :-
- अंग्रेजों के द्वारा किये गए कार्य
- भूगोल से सम्बंधित ट्रिक्स
- प्रमुख उपाधि प्राप्त करता और देने वाला
- भारत के भूगोल से सम्बंधित 300 अति महत्वपूर्ण प्रश्न